Name of Faculty
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Qualification
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Department
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Year of Recognition as Research Guide
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Name of the Scholar
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Year of the registration of the Scholar
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Title of the thesis for scholar
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Year of Award of Degree
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Prof. Savita Bhardwaj |
Ph.D. |
Philosophy |
1999 |
वेद प्रकाश श्रीवास्तव
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2009-10 |
आधुनिक युग में समाज सहज मार्ग की प्रासंगिकता |
2019-20
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अतुल त्रिपाठी
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2017-18 |
मानववादी चिंतन : एकात्मक मानववाद के विशेष संदर्भ में |
2020-21 |
एखलाक खान |
2017-18 |
लैंगिक विभेद : एक सामाजिक एवं दार्शनिक अध्ययन
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भावना राव |
10.07.2018 |
नारीवाद : अस्तित्वाद के विशेष संदर्भ में |
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रिचा यादव |
18.11.2021 |
आर्ष चींतन परम्परा में पारिस्थतिकीय दर्शन |
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अशोक यादव |
18.11.2021 |
भारतीय दर्शन में मुक्ति की अवधारणा बौद्ध एवं अद्वैत वेदांत के विशेष संदर्भ में |
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Prof. Deepti Singha |
Ph.D. |
Music |
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Priyanka Yadav
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कबीर के गेयपदों का बिश्लेसणात्मक अध्ययन |
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Sumati Singh
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सूरसारावली: साहित्य संगीत का अनूठा संगम |
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Devendra Mohan Shukla |
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अयोध्या के मंदिरों में भक्ति संगीत परंपरा का तथ्यात्मक विवेचन |
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Premchandra Tiwari |
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लोकगायन शैलियों में शास्त्रीय रागों की भूमिका उत्तर प्रदेश की अवधी एवं भोजपुरी के विशेष संदर्भ में |
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Sanjay Kumar Gautam
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तुलसी के काव्य में गेय तत्व; एक अध्ययन |
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Ashish Giri |
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वर्तमान परिप्रेक्ष्य में पूर्वांचल में अवनद्य वाद्यों की दशा एवं दिशा |
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Prof. Anita Kumari |
Ph.D. |
Sanskrit |
2017 |
Sushma singh |
12.04.2018 |
प्रमुख षोडश संस्कारों का पर्यावरणीय अध्ययन |
28.03.2022 |
Jai Prakash |
12.04.2018 |
आधुनिक काव्यों में समसामयिक माननीय चिंतन |
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Chandralekha |
12.04.2018 |
मत्स्य पुराण का सांस्कृतिक एवं सामाजिक अध्ययन |
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Bandana Maurya |
15.06.2020 |
स्वातन्त्र्यसंभवम् महाकाव्य में नैतिक एवं सामाजिक चिंतन : एक समीक्षात्मक अध्ययन |
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Prof. Satyendra Singh |
Ph.D. |
Geology |
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Areeb Kidwai
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Manish Yadav
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Suraj Yadav |
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Dr.Vikash Singh |
Ph.D. |
Ancient History |
2017 |
Pramod Prakash Tripathi |
2017 |
काशी परिक्षेत्र में बौद्ध धर्म का विकास-प्रारंभिक समय से बारहवीं शताब्दी तक |
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Shuchi Rai |
2017 |
काशी परिक्षेत्र में शैव मत का विकास-प्रारंभिक समय से बारहवीं शताब्दी तक |
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Ashwini Kumar Yadav |
2017 |
बौद्ध धर्म में पर्यावरणीय चेतना |
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Dr. Amit Yadav |
Ph.D. |
Philosophy |
2017-18 |
राघवेन्द्र प्रताप सिंह |
04.06.2018 |
सामाजिक पुनर्निमाण में एकात्मक मानववाद की उपादेयता |
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हरेंद्र यादव |
04.06.2018 |
समावेशी विकास गान्धी दर्शन के विशेष संदर्भ |
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Dr. Shashikala Jaiswal |
Ph.D. |
Hindi |
2017 |
सरिता यादव |
26-04-18 |
मैत्रेयी पुष्पा के कथा साहित्य में स्त्री विमर्श |
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अन्नू राय |
01-05-18 |
नारी मुक्ति की वैचारिकी और मन्नू भंडारी का कथा साहित्य |
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किरन यादव |
01-05-18 |
भीष्म साहनी के उपन्यासों में चित्रित मध्यवर्गीय जीवन |
22-04-022
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अनुराधा |
05-05-18 |
अखिलेश के कथा साहित्य में समकालीन सामाजिक यथार्थ |
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जयप्रकाश भारती |
27-11-021
स्थानांतरित |
दलित चिंतन की परंपरा एवं दलित साहित्य की प्रासंगिकता |
01-10-022
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Dr. Sangita Maurya |
Ph.D. |
Hindi |
2018 |
Kalpna Yadav |
14.03.19 |
प्रभा खेतान के उपन्यासों में नारी मनोदशा का अध्ययन |
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Durga Prasad Vishwakarma |
31.05.2019 |
भोजपुरी लोकगीतों में सामाजिक चेतना |
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Vinay Kumar |
31.05.2019 |
समकालीन आलोचना के परिप्रेक्ष्य में कबीर के काव्य का अध्ययन |
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Priyanka Maurya |
31.05.2019 |
नासिरा शर्मा के कथा साहित्य में मुस्लिम स्त्री का जीवन |
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Dr. Niranjan Kumar Yadav |
Ph.D. |
Hindi |
2018 |
Nagendra Kumar |
31.05.2019 |
नासिरा शर्मा के कथा साहित्य में नारी अस्मिता की तलाश |
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Ramesh Kumar |
31.05.2019 |
केदारनाथ अग्रवाल के काव्य में अभिव्यक्त लोकजीवन |
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Arun Pratap Yadav |
31.05.2019 |
जगदीश चंद्र का कथा साहित्य और हाशिए का समाज |
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Om Prakash Bharti |
31.05.2019 |
गिरिराज किशोर के उपन्यासों में गांधीवादी विमर्श के सामाजिक संदर्भ |
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Dr. Diwakar Mishra |
Ph.D. |
Zoology |
2019-20 |
Ravindra Pratap Singh |
26-06-2020 |
Ameliorative Effects of Natural Products on Toxicant Induced Physiological and Histological Changes in Vital Organs of Rat |
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